chang’e-5 lunar probe. current affairs
चांग इ-5 प्रोब चीन के द्वारा पृथ्वी से भेजा जाने वाला एक अन्तरिक्ष यान है जिसका उद्देश्य चन्द्रमा की सतह को खोदकर प्राप्त सैंपल को पृथ्वी पर वापस लाना है|
चांग इ 5 एक LONG MARCH 5 श्रेणी का मालवाहक राकेट है जिसे चीन ने अपने वेन्चांग स्पेसक्राफ्ट लांच साइट से 24 नवम्बर को लांच किया है | वेन्चांग स्पेसक्राफ्ट लांच साइट चीन के हैनान द्वीप में स्थित है और हैनान द्वीप साऊथ चाइना सागर में है|
प्रमुख GK जानकारी (chang’e-5 lunar probe. current affairs)
- चांग इ 5 प्रोब मिशन के रोवर को चन्द्रमा के रुम्कर क्षेत्र में उतारा जायेगा |
- चन्द्रमा की सतह के नीचे 2 मीटर तक की खुदाई से मिले लगभग 2 किलो नमूने को पृथ्वी पर वापस लाया जायेगा |
- इस राकेट में एक मून ऑर्बिटर, एक लैंडर और एक असेंडर (Ascent Probe) शामिल है|
- इसमे प्रयुक्त रोवर पूरी तरह से रोबोटिक है, इसमें क्रोनिल ड्रिल , कैमरा , सैंपल रखने के लिए चैम्बर है तथा खुदाई की स्थति जानने के लिए राडार और स्पेक्ट्रोमीटर लगाया गया है |
- यह प्रकिया एक चन्द्र दिवस में पूरी की जाएगी | एक चन्द्र दिवस पृथ्वी के 14 दिन के बराबर होते हैं |
- 5 दिसम्बर 2020 तक इस मिशन के पूरा होने का अनुमान लगाया गया है |
चीन से पहले रूस ने 80 के दशक में लूना-16 , लूना-20 और लूना -24 मिशन तहत चंद्रमा की सतह से सैंपल ला चूका है|अमेरिका भी अपने अपोलो मिशन के तहत चंद्रमा की सतह से सैंपल लाने में सफल रहा है|लेकिन इन नमूनों की मात्रा बहुत कम रही है | ये पहली बार है की कोई देश चंद्रमा से 2 किलो का नमूना ला रहा है |
इस मिशन से प्राप्त सैंपल चन्द्रमाँ के बारे में कई राज खोल सकता है, जैसे चंद्रमा के बनने के कौन ही प्रक्रिया हुयी है तथा चन्द्रमा पर सूर्य का पहली बार उदय कब हुआ था अर्थात चंद्रमा पर प्रकाश कब से है| रेडिओएक्टिव जाँच से यह भी पता लग सकता है कि चंद्रमा की उम्र अभी कितनी है और चन्द्रमाँ की आयु कितनी होगी |
अन्य GK जानकारियां
- तरुण गोगोई का जीवन परिचय
- राज्यपाल के बारे में टॉप 20 FACTS
- भारत में नए राज्यों की मांग कितनी जायज है ?
- भारतीय संविधान की प्रस्तावना का महत्व और उसमे निहित राज्यदर्शन
आप हमे फेसबुक के THE GKJANKARI पेज पर फॉलो कर सकते हैं | ट्विटर – GKJANKARI