सूर्य ग्रहण क्यों होता है

भारत समेत दुनिया के कई देशों में सूर्य ग्रहण देखा गया

सूर्य ग्रहण तब होता है जब चन्द्रमा, पृथ्वी और सूर्य के मध्य से होकर गुजरता है 

पृथ्वी से देखने पर सूर्य पूर्ण अथवा आंशिक रूप से चन्द्रमा द्वारा आच्छादित होता है।

सूर्य ग्रहण की  घटना सदा सर्वदा अमावस्या को ही होती है।

भारत में वैदिक काल से ग्रहण पर अध्ययन, मनन और परीक्षण होते चले आए हैं

महर्षि अत्रिमुनि ग्रहण के ज्ञान को देने वाले प्रथम आचार्य थे

चन्द्रमा द्वारा सूर्य के बिम्ब के पूरे या कम भाग के ढ़के जाने की वजह से सूर्य ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं जिन्हें पूर्ण सूर्य ग्रहण, आंशिक सूर्य ग्रहण व वलयाकार सूर्य ग्रहण कहते हैं