शून्य आधारित बजट क्या है ,

शून्य आधारित बजट क्या है , शून्य आधारित बजट का जनक कौन है?, शून्य आधारित बजट किस देश की देन है?

दोस्तों आज हम जानेंगे की शून्य आधार बजट क्या है , शून्य आधारित बजट का जनक कौन है?, शून्य आधारित बजट किस देश की देन है ?, भारत में सबसे पहले किस राज्य ने शून्य आधारित बजट को अपनाया था?,  भारत में शून्य आधारित बजट प्रणाली कब अस्तित्व में आया? साथ ही हम जानेंगे कि किस वित्त मंत्री ने भारत में शून्य आधार बजट को क्रियान्वित करने की पहल की ?

  • शून्य आधारित बजट या शून्य आधार बजट , बजट के विभिन्न प्रकारों में से एक है | प्रत्येक वित्तीय वर्ष में व्यय की प्रत्येक मद के पुनर्मूल्यांकन करने के पश्चात् बजट बनाने की प्रक्रिया को “शून्य आधारित बजट  ” कहतें है |
  •  दुसरे शब्दों में, बजट की वह प्रक्रिया जिसमे किसी भी विभाग अथवा संगठन द्वारा प्रस्तावित प्रत्येक मद पर पुनर्विचार करके प्रत्येक मद को बिलकुल नया मद (शून्य) मानते हुए उसका नये सिरे से मूल्याङ्कन करना ही शून्य प्रणाली बजट कहलाता हैं |
  • शून्य प्रणाली बजट यानि ZERO BASE BUDGETING को शार्ट में ZBB भी कहा जाता है ।
  • इसमें बजट अनुमान शून्य से प्रारंभ किये जाते है तथा गत वर्षों के व्यय सम्बन्धी आकड़ों को कोई महत्व नहीं दिया जाता। इस प्रणाली में  कार्य इस आधार पर प्रारंभ किया जाता है कि अगली अवधि के लिए बजट शून्य है, जब तक कि प्रत्येक रूपये की मांग का किसी भी कार्य अथवा परियोजना या क्रिया का औचित्य नहीं दिया जाता ।
  • इस बजट के अन्तर्गत प्रत्येक कार्य व प्रक्रिया में लागत- लाभ विश्लेषण किया जाता है तथा बजट निर्माण करते समय उसका औचित्य बताना पड़ता है।
  •  इस बजट प्रणाली में कार्यात्मक प्रेरित व्यय विधि के स्थान पर कार्यक्रम प्रेरित व निर्णय प्रेरित व्यवस्था का पालन किया जाता है तथा व्यय के प्रत्येक मद का मूल्यांकन उसके गुण तथा वांछनीयता के आधार पर किया जाता है।
  • आसान शब्दों में शून्य आधारित बजट का अर्थ उस बजट से है जहाँ  नये सत्र में शुरू होने वाली जितनी योजनाएं है उनको एकदम नई मान कर तथा  लागत लाभ विश्लेषण (Cost-Benefit Analysis) करने के पश्चात् यह निर्णय किया जाता है की इस पर कितना खर्च होगा | किसी मद में पिछले सत्र में कितना खर्च हुआ है, शून्य आधार बजट में इसको महत्व नही दिया जाता |  उदहारण के लिए यदि किसी योजना पर किसी सत्र में 10 cr. खर्च किये गये है और अगले सत्र में 15cr की आवश्यकता है तो इस बजट में इस योजना को पुनः नया माना जाएगा और लागत लाभ विश्लेषण किया जाएगा | इसके बाद यदि यह लगा की इस योजना पर खर्च करने से कोई लाभ नही है तो उस योजना में खर्च न करके उस मद में खर्च किया जाता है जहाँ उस पैसे का कुशलता पूर्वक उपयोग हो तथा  जिससे लाभ तथा कल्याण अधिक  हो | Zero Base Budgeting  का मुख्य उद्देश्य अनावश्यक खर्चे को न्यूनतम करना तथा लाभ व कल्याण को अधिकतम करना है |
  • शून्य आधारित बजट को सूर्यास्त बजट (sun set budget system) भी कहा जाता है क्योकि वर्ष के अंत में सभी विभाग अपने शून्य आधारित बजट प्रस्तुत करतें हैं जिसमे उनके क्रिया कलाप का लेखा जोखा होता है |
  • 1960 के दशक में शून्य आधार बजट की प्रक्रिया को पहली बार अमेरिका के एक कृषि विभाग द्वारा लागू किया गया था जो की बाद में असफल हो गया |
  • शून्य आधारित बजट का प्रतिपादन पीटर-ए-पायर ने 1970 में किया लेकिन इसके विकास का श्रेय हिल्टन यंग को जाता है | शून्य आधारित बजट के जनक पीटर ए पायर को माना जाता है।
  • ZERO BASE BUDGETING को सबसे पहले अमेरिका के जोर्जिया प्रान्त के बजट में तत्कालिक गवर्नर जिमी कार्टर द्वारा 1973 में अपनाया गया  था | 1979 में ZBB को अमेरिकी  बजट  में स्थान मिला ।
  • भारत में Zero Base Budgeting का पहली बार प्रयोग 1983 में विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रयुक्त किया गया ।
  • भारत में पहली बार शून्य आधार बजट 1987-88 वी.पी. सिंह वित्तमंत्री के कार्यकाल में पारित हुआ।
  • भारत में शून्य आधारित बजट को सबसे पहले आंद्रप्रदेश सरकार द्वारा अपनाया गया था |
  • 7वें पंचवर्षीय योजना के समय शून्य आधार बजट प्रकिया को अपनाने पर जोर दिया गया था |

ZERO BASE BUDGETING से परीक्षा में पूछे गये कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न

Q.शून्य आधार बजट से आप क्या समझते हैं?

  • बजट की वह प्रक्रिया जिसमे किसी भी विभाग अथवा संगठन द्वारा प्रस्तावित प्रत्येक मद पर पुनर्विचार करके प्रत्येक मद को बिलकुल नया मद (शून्य) मानते हुए उसका नये सिरे से मूल्याङ्कन करना ही शून्य प्रणाली बजट कहलाता हैं |

Q. किस वित्त मंत्री ने भारत में शून्य आधारित बजट को क्रियान्वित करने की पहल की

  • भारत में पहली बार शून्य आधार बजट 1987-88 वी.पी. सिंह वित्तमंत्री के कार्यकाल में पारित हुआ।

Q. शून्य आधार बजट का जनक कौन है?

  • शून्य आधारित बजट का प्रतिपादन पीटर-ए-पायर ने 1970 में किया, शून्य आधारित बजट के जनक पीटर ए पायर को माना जाता है।

Q. भारत में शून्य आधार बजट प्रणाली कब अस्तित्व में आया?

  • भारत में Zero Base Budgeting का पहली बार प्रयोग 1983 में विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रयुक्त किया गया।

Q. शून्य आधारित बजट किस देश की देन है ?

  • 1960 के दशक में शून्य आधार बजट की प्रक्रिया को पहली बार अमेरिका के एक कृषि विभाग द्वारा लागू किया गया था जो की बाद में असफल हो गया |

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